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(Price to Sales Ratio), P/S RATIO Price to Sales Ratio क्या है ? और कैसे उपयोगी है ?

                   आज हम Fundamental analysis के एक और Ratio '(Price to Sales Ratio) P/S RATIO' के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

 

                                 P/S RATIO 


    (Price to Sales Ratio) P/S RATIO एक Valuation Ratio है Stock Market Investor's Kenneth Fisher ने Price to Sales Ratio का concept लाया था, Sales का मतलब है की अपनी Services और Product बेचकर और बाकी (source) स्रोत से कंपनी को मिला हुआ पैसा Sales और Revenue दोनो का मतलब एक ही होता है।

                    Sales per Share पता करने के लिए आपको कंपनी के Sales को उसके Total Outstanding Share से divided करना होगा।

     Sales आपको Profit and Loss statment में मिलेगा और कंपनी के No.of.shares आप कंपनी के Market capitalization को उसकी Share Price से divided करके निकाल सकते हो।

         (Price to Sales Ratio) P/S RATIO से हमे पता चलता है की कंपनी की Sales के आधार पर लोग उस कंपनी के लिए कितने पैसे Pay करने के लिए तैयार है अगर किसी कंपनी का (Price to Sales Ratio) P/S RATIO 2 है तो उसका मतलब है की कंपनी के ₹1के sales के लिए लोग ₹2 देने के लिए तैयार है, 

         यानी कंपनी का Market capitalization कंपनी के sales के डबल है। 

  समान्य तौर पर किसी कंपनी का (Price to Sales Ratio) P/S RATIO 5 है तो उसका मतलब है की कंपनी के ₹1 के sales के लिए लोग ₹5 देने के लिए तैयार है,

        यानी कंपनी का Market capitalization कंपनी के sales से 5 गुना ज्यादा है।

        (Price to Sales Ratio) P/S RATIO अगर कम है तो उसका मतलब है की या तो वो Stock Undervalued है या नी सस्ते Valuation पर मिल रहा है या Investor's को कंपनी की Future parformance पर भरोसा नहीं है वही अगर (Price to Sales Ratio) P/S RATIO ज्यादा है तो उसका मतलब है की या तो वो Stock Overvalued है यानी महंगे Valuation पर मिल रहा है या Investor's को कंपनी के Future parformance पर बहुत भरोसा है।

     किसी कंपनी का (Price to Sales Ratio) P/S RATIO कम है या ज्यादा ये पता करने के लिए आपको उस कंपनी के P/S RATIO को उसी Industries बाकी कंपनियों के P/S RATIO के साथ तुलना करना होगा,

    Profit margin मतलब मान लो किसी कंपनी का Profit margin 10% है उसका मतलब है की अगर कंपनी का ₹100 CARORE का Sales हो रहा है तो उसके Sales का 10% यानी ₹10 CARORE उसे Profit हो रहा है,

      हर Industries का Profit margin अलग अलग होता है,

उदाहरण :-  

              services Industries जैसे की IT, Financial   services कंपनी उनका Profit margin ज्यादा होता है वही कुछ Industries की Profit margin कम होती है,

   इसी लिए P/S RATIO आपको same Industries की कंपनियों के साथ compare करना होगा।

             आम तौर पर P/S RATIO जो कंपनियां Loss में चल रही है उनके लिए उपयोग किया जाता है जो कंपनियां Loss में होती है उनका P/E RATIO हम नही निकाल सकते क्योंकि P/E RATIO निकाल ने के लिए Profit की जरूरत होती है अगर कंपनी को Profit नही हो रहा है तो हम उसका P/E RATIO नही निकाल सकते ऐसे समय में आप उस कंपनी का P/S RATIO निकाल सकते है।

    अगर कोई कंपनी temporary कारण की वजह से loss में गई है और आपको लगता है की जल्द ही वो कंपनी Profitable हो कर come back करेगी और आगे Grow करेगी तो ऐसे वक्त आप उस कंपनी का P/S RATIO देख सकते हो और उसे उसी की बाकी Industries की कंपनियों के साथ compare कर सकते हो।

          बहोत सारे लोग मानते है की Profit को easily manipulate किया जा सकता है यानी उसमे आसानी से हेराफेरी की जा सकती है वही sells को manipulate (हेरफेर) करना बहुत मुश्किल होता है इसी लिए वो P/S RATIO का इस्तमाल करते हैं।

       P/S RATIO की मुख्य समस्या ये है की अगर किसी कंपनी का revenue अच्छा चल रहा है तो भी वो कंपनी कितना Profit कमाएगी ये हम बता नहीं सकते और वो Profit बनाएगी या नहीं ये भी हम बता नहीं सकते,

    कुछ कंपनियां अपने sells को Profit में convert नही कर पाती और वही से ही Problems होना शुरू हो जाती है,

    किसी भी कंपनी का Analysis करने से पहले आपको एक check list बनानी चाहिए की कोई Share खरीद ने से पहले आपको किन किन चीजों को देखना है,

          जैसे जैसे आप Stock Market के बारे में और सीखते जाओगे उस check list के questions बढ़ते रहेंगे,

      दो चार Investment Ratio देख कर कभी कभी Invest मत कीजिए।

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